ज्योतिष में कर्मप्रधान और न्यायाधीश कहे जाने वाले शनि महाराज (Shani Maharaj) का महत्वपूर्ण स्थान होता है। इन्हें सबसे क्रूर ग्रह भी माना जाता है, क्योंकि भूल-चूक के लिए शनि देव दंड देने में जरा भी दया नहीं दिखाते हैं। शनि सौरमंडल में सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह है।
जब-जब शनि देव अपनी चाल बदलते हैं, इसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है। फिलहाल शनि देव कुंभ राशि (Aquarius) में उल्टी चाल चल रहे हैं। 29 जून 2024 की मध्यरात्रि 12 बजकर 40 मिनट पर शनि देव कुंभ राशि में वक्री हुए हैं। अब शनि देव पूरे 139 दिनों तक इसी राशि में वक्री या उल्टी चाल चलेंगे। इसके बाद 15 नवंबर 2024 को शनि कुंभ राशि में मार्गी (Shani Margi 2024) हो जाएंगे।
कहा जाता है कि वक्री अवस्था में शनि सामान्य से अधिक शक्तिशाली और प्रभावशाली हो जाते हैं। वक्री अवस्था में कई राशियों को शनि से सकारात्मक परिणाम मिलते हैं, जबकि कुछ राशियों के लिए शनि बेहद कष्टकारी भी साबित हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि वक्री अवस्था में शनि पूरे 139 दिनों के लिए किन राशियों को परेशान करेंगे।
वक्री शनि इन राशियों का हाल करेंगे बेहाल!
मकर राशि (Capricorn): शनि की उल्टी चाल का नकारात्मक प्रभाव मकर राशि वालों के जीवन को प्रभावित करेगा। इस दौरान आपको कई जिम्मेदारियां मिलेंगी, जो आपके लिए जोखिमभरी साबित हो सकती हैं। शनि की वक्री अवस्था के दौरान इस राशि वालों को बड़े लेन-देन से सावधानी रखनी चाहिए और स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना चाहिए। इस समय आपको किसी भी कार्य, जैसे पढ़ाई या इंटरव्यू, के लिए सामान्य से अधिक मेहनत करनी पड़ेगी।
कुंभ राशि (Aquarius): शनि आपकी राशि में ही वक्री हुए हैं, ऐसे में सबसे अधिक कष्ट इसी राशि वालों को झेलना पड़ सकता है। इस समय किसी नए या जरूरी काम की शुरुआत करने से बचना चाहिए और वाद-विवाद जैसी स्थिति से दूर रहना चाहिए। घर-परिवार से लेकर कार्यक्षेत्र में आपको वाणी पर संयम रखने की जरूरत होगी।
मीन राशि (Pisces): इस राशि वाले जातकों को शनि वक्री के दौरान, यानी 15 नवंबर तक, हर काम सावधानी से करना होगा। छोटी सी गलती भी बड़ा नुकसान करा सकती है। शनि के उल्टी चाल चलने से कुंभ राशि वालों को भाग्य का अधिक साथ नहीं मिलेगा। आप मानसिक रूप से परेशान रहेंगे, आय से अधिक व्यय की स्थिति रहेगी और सेहत से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं।