जो व्यक्ति श्री रामचरितमानस का भक्ति भाव से पाठ करता है उसके सभी दुःख दूर हो जाते है । श्री रामकथा रूपी चिन्तामणि जिसके पास है उसकी सारी चिन्तायें दूर हो जाती है । कलियुग मे कल्याण चाहने वाले को रामकथा का ही सहारा है। रामकथा से शान्ति मिलती है। इसलिए समय≤ पर अपने घर रामकथा अर्थात श्री रामचरितमानस का अखण्ड पाठ अवश्य कराते रहना चाहिए।
टीम : 1 व्यक्ति पूजन व पाठ : 2 दिन
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
शास्त्रों के अनुसार किसी भी कार्य को भूमि पर प्रारम्भ करने से पूर्व चाहें वो घर वनाना हो, या कोई सार्वजनिक बडी इमारत बनाना हो, या कोई फैक्टरी कारखाना वनाना हो तो निर्माण से पूर्व पूजन का विधान है अर्थात भूमि पूजन अवश्य कराना चाहिए
टीम : 1 व्यक्ति
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
दीपावली वाले दिन श्रीगणेश की पूजा करने से ऋद्धि- सिऋि की प्राप्ती होती है, वल तथा विद्या की प्राप्ती होती है। तथा माता लक्ष्मी की आराधना करने से धन-सम्पत्ती की प्राप्ती है, सुख-समृद्धि मिलती है तथा मान-सम्मान बढ़ता है।
टीम : 1 व्यक्ति
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
दुर्गा सप्तशती के पाठ करने से निःसन्तानों को सन्तान की प्राप्ति होती है, यदि कोई कर्जे में डूबता जा रहा हो तो वह कर्जे से मुक्त हो जाता है । यदि कोई असाध्य रोग से पीड़ित हो तो वह दुर्गा सप्तशती का सहित पाठ कराये तो निश्चित ही रोग मुक्त हो जाता है। यदि कोई झूठे केस मे फँसा हो या अन्य किसी विषम परिस्थिति में फँसा हो तो ऐसी स्थिति श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ करने लाभ मिलता है व मनोकामना पूर्ण होती है। इसके अलावा भी जो लोग ये पाठ नित्यप्रति करते है या इसका अनुष्ठान कराते हेै उन्हे कभी किसी विपत्ति का सामना करना ही नही पड़ता है।
विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की विधिपूर्वक पूजा अर्चना करने का विधान है। गणपति की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन के सभी संकटों का नाश होता है, धन-संपदा, बुद्धि, विवेक, समृद्धि आदि में वृद्धि होती है।
टीम : 1 व्यक्ति
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
गायत्री मन्त्र मे तीनो देवियों महाकाली, महालक्ष्मी एवं सरस्वती की शक्ति है। और तीनों देव ब्रह्मा, विष्णु और महेश की शक्ति है। अतः जो भी गायत्री मन्त्र का अनुष्ठान कराता है उसका घर लक्ष्मीनारायण की कृपा से धन-धान्य से परिपूर्ण रहता है। ब्रम्हा और माता शारदा की कृपा से उस घर मे कोई मन्द बुद्धि नही होता। तथा महाकाली और महादेव की कृपा से उस घर मे किसी की अल्प मृत्यु नही होती। रोग, भूत, वाधा तथा शत्रु भय से वह मुक्त रहता है। तथा दीर्घायु होता है।
जाप : 125000 (७ दिन )
टीम : 4 व्यक्ति
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
जो विधिपूर्वक गोपालसहस्रनाम का पाठ करता है या अनुष्ठान कराता है वह सर्वमान्य होकर अचल सम्पत्ति का मालिक बन जाता है। उसके उपर सदा लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहती है। उसे अल्पमृत्यु का भी सामना नही करना पड़ता। इसलिए श्रद्धापूर्वक गोपालसहस्र नाम का अवश्य ही अनुष्ठान कराना चाहिए।
टीम : 1 व्यक्ति
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
कभी कभी हमारा प्यारा घर अशुभ फल देने लगता है, घर मे कलह क्लेश बढ़नें लगता है। घर के सदस्य बीमार रहने लगते, अचानक दुर्घटनाओं का सामना करना पडता है और धीरे धीरे उस घर मे देखे सभी सपने टूट जाते है। इसका मुख्य कारण यह होता है कि आपने बिधि-बिधान से गृह प्रवेश नही किया या जाने-अन्जाने वास्तु नियमों का पालन नही किया। इस लिएग्रह तथा गृहक्लेश से बचने के लिए वास्तु शान्ति तथा वास्तु की देवी भद्रकाली माता का विधिवत पूजन अवश्य करें
टीम : 1 व्यक्ति
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
काल सर्प दोष के प्रभाव से कुलक्षिणी और कलहप्रिय स्त्री मिलती है। संतान संबंधी कष्ट भी बहुत अधिक होते हैं, या तो सन्तान होती नहीं और यदि होती भी है तो बहुत बीमार या कमजोर होती है। धनाढ़य परिवार मे पैदा होने के वावजूद किसी न किसी रूप मे अप्रत्याशित आर्थिक हानि होती रहती है।
टीम : 1 व्यक्ति
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
भगवान शिव मोक्ष और ज्ञान को देने वाले है अतः जो महामृत्युंजय का जाप करता है उसे भगवान शिव का आश्रय मिलता है वह सम्पत्तिवान, कीर्तिवान, विद्वान और दीर्घायु होता है। यदि किसी का धन किसी दूसरे व्यक्ति के पास फँसा हो अर्थात वह लौटा न रहा हो, यदि कोई शत्रुओं से प्रताड़ित हो या कोई ग्रह बाधा, भूत बाधा के चक्कर मे फँस गया हो या किसी ने सम्मोहन विद्या द्वारा बुद्धि को फेर दिया हो तो ऐसी परिस्थिति मे महामृत्युजंय मंत्र रामबाण के समान है।
टीम : 5 व्यक्ति पूजन व पाठ : 7 दिन (सवा लाख जाप)
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
मान्यता है कि घर मे मन्दिर सकारात्मक ऊर्जा कर केन्द्र होता है जोकि घर से नकारात्मक शक्तियों को दूर करता है। लेकिन शास्त्रों के अनुसार मन्दिर मे हमेशा प्राण प्रतिष्ठा करके ही मूर्ति की स्थापना करनी चाहिए। घर का पूजा घर दोषपूर्ण नही होना चाहिए
टीम : 1 व्यक्ति
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
जो व्यक्ति श्री रामचरितमानस का भक्ति भाव से पाठ करता है उसके सभी दुःख दूर हो जाते है । श्री रामकथा रूपी चिन्तामणि जिसके पास है उसकी सारी चिन्तायें दूर हो जाती है । कलियुग मे कल्याण चाहने वाले को रामकथा का ही सहारा है। रामकथा से शान्ति मिलती है। इसलिए समय≤ पर अपने घर रामकथा अर्थात श्री रामचरितमानस का अखण्ड पाठ अवश्य कराते रहना चाहिए।
टीम : 4 व्यक्ति पूजन व पाठ : 2 दिन
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।