श्राद्ध पक्ष की कथा
एक बार महाभारत युद्ध के बाद, भीष्म पितामह ने युधिष्ठिर से कहा —“राजन! मनुष्य के जीवन में तीन ऋण प्रमुख होते हैं – देव ऋण, ऋषि ऋण और पितृ ऋण। जब तक यह ऋण नहीं चुकाए जाते, तब तक आत्मा मोक्ष को प्राप्त नहीं कर सकती।” पितामह ने आगे बताया —“पितरों का ऋण चुकाने का…