जो लोग भागवत कथा का अनुष्ठान करते है उनके घर कभी किसी की अकाल मृत्यु नही होती, उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है ग्रहकृत अरिष्ट योग भी शान्त हो जाते है । वह जब तक पृथ्वी लोक मे रहते है तब तक सुख-शान्ति और आनन्द पुर्वक रहता है और अन्त भगवान श्री कृष्ण के लोक सत्यलोक गोलोक को जाता है।
टीम : ४ व्यक्ति कथा : 1 दिन
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
यदि आप किसी बात से दुखी हैं, परेशान हैं, दुखों को सहने के लिये आत्मबल की कमी है, इच्छाशक्ति कमजोर है तो आप निश्चिन्त होकर सुन्दरकाण्ड का पाठ करिए। सुन्दर काण्ड के पाठ करने से निश्चित ही कष्ट दूर हो जाते हैं।
टीम : 4 व्यक्ति पूजन व पाठ : 1 दिन
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।