Vastu can easily be learned by this book. We have written all the principals of vastu chapter wise and defined them with appropriate examples too. We also provided the real case studies map of real houses with their vastu defects and solutions. Just read the book carefully and you can examine the vastu of any house/flat/factory etc.
LAW OF NATURE / PROTECTIVE ARMOR FOR LIVING BEING
By the grace of God, by studying the vastu of a House / Bedroom, one can predict the trend and events of the residents there. If, the house/bedroom are in accordance with vastu
principles the life of the residents will be in tune with nature. This is the law of Nature.
भगवान शिव मोक्ष और ज्ञान को देने वाले है अतः जो महामृत्युंजय का जाप करता है उसे भगवान शिव का आश्रय मिलता है वह सम्पत्तिवान, कीर्तिवान, विद्वान और दीर्घायु होता है। यदि किसी का धन किसी दूसरे व्यक्ति के पास फँसा हो अर्थात वह लौटा न रहा हो, यदि कोई शत्रुओं से प्रताड़ित हो या कोई ग्रह बाधा, भूत बाधा के चक्कर मे फँस गया हो या किसी ने सम्मोहन विद्या द्वारा बुद्धि को फेर दिया हो तो ऐसी परिस्थिति मे महामृत्युजंय मंत्र रामबाण के समान है।
टीम : 5 व्यक्ति पूजन व पाठ : 7 दिन (सवा लाख जाप)
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
मान्यता है कि घर मे मन्दिर सकारात्मक ऊर्जा कर केन्द्र होता है जोकि घर से नकारात्मक शक्तियों को दूर करता है। लेकिन शास्त्रों के अनुसार मन्दिर मे हमेशा प्राण प्रतिष्ठा करके ही मूर्ति की स्थापना करनी चाहिए। घर का पूजा घर दोषपूर्ण नही होना चाहिए
टीम : 1 व्यक्ति
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
जो व्यक्ति श्री रामचरितमानस का भक्ति भाव से पाठ करता है उसके सभी दुःख दूर हो जाते है । श्री रामकथा रूपी चिन्तामणि जिसके पास है उसकी सारी चिन्तायें दूर हो जाती है । कलियुग मे कल्याण चाहने वाले को रामकथा का ही सहारा है। रामकथा से शान्ति मिलती है। इसलिए समय≤ पर अपने घर रामकथा अर्थात श्री रामचरितमानस का अखण्ड पाठ अवश्य कराते रहना चाहिए।
टीम : 4 व्यक्ति पूजन व पाठ : 2 दिन
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
जो लोग भागवत कथा का अनुष्ठान करते है उनके घर कभी किसी की अकाल मृत्यु नही होती, उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है ग्रहकृत अरिष्ट योग भी शान्त हो जाते है । वह जब तक पृथ्वी लोक मे रहते है तब तक सुख-शान्ति और आनन्द पुर्वक रहता है और अन्त भगवान श्री कृष्ण के लोक सत्यलोक गोलोक को जाता है।
टीम : ४ व्यक्ति कथा : ७ दिन
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
जो लोग भागवत कथा का अनुष्ठान करते है उनके घर कभी किसी की अकाल मृत्यु नही होती, उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है ग्रहकृत अरिष्ट योग भी शान्त हो जाते है । वह जब तक पृथ्वी लोक मे रहते है तब तक सुख-शान्ति और आनन्द पुर्वक रहता है और अन्त भगवान श्री कृष्ण के लोक सत्यलोक गोलोक को जाता है।
टीम : ४ व्यक्ति कथा : 1 दिन
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
यदि आप किसी बात से दुखी हैं, परेशान हैं, दुखों को सहने के लिये आत्मबल की कमी है, इच्छाशक्ति कमजोर है तो आप निश्चिन्त होकर सुन्दरकाण्ड का पाठ करिए। सुन्दर काण्ड के पाठ करने से निश्चित ही कष्ट दूर हो जाते हैं।
टीम : 4 व्यक्ति पूजन व पाठ : 1 दिन
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
हमारे जीवन मे जो कुछ भी अच्छा या बुरा होता है, उसके पीछे सबसे बडा कारण है ग्रहों की चाल। ग्रहों की दशा-अन्तर्दशा गोचर आदि के कारण ही हमारे जीवन मे उतार चढ़ाव आते रहते हैं। इन तमाम उतार-चढ़ावों को रोकने के लिए और क्रोधित एवं क्रूर ग्रहों को शान्त करने के लिए धार्मिक तथा पौराणिक ग्रन्थो ने वनग्रहों अर्थात जीवन को प्रभावित करने वाले समस्त 9 ग्रहों को शान्त करने का विधान वताया है।
टीम : 1 व्यक्ति
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
मूँगा को धारण करने वाले का मन प्रसन्न रहता है। पेट दर्द तथा सूखा रोग नही होता। रक्त सम्वन्धित समस्याओं से भी मुक्ति मिलती है। भाई-भाई मे प्रेम बढता है। स्वास्थ्य सम्वन्धित लाभ भी मिलता है जीवन साथी को सुख मिलता है।
मोती धारण करने से मन शान्त रहता है, तनाव घटता है, अनिद्रा दूर होती है, डर दूर होता है, हृदय मजवूज होता है, हार्मोन संतुलित रहते है। मोती से आर्थिक पक्ष भी मजवूत रहता है। यह डाक्टरों को बहुत लाभ देता है।