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    1700+ Devotional E-Books

    499

    भारतीय धर्मशास्त्र में महत्वपूर्ण ग्रंथ हैं। इनमें हिन्दू धर्म के प्रमुख वेद – ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद, पुराण, रामायण, रामचरितमानस, भागवद गीता, कथाएं, भजन, चालीसा, आरती, इतिहास, दार्शनिक तत्त्व, धार्मिक कथाएँ, और विभिन्न धार्मिक विषयों की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इनमें देवताओं, ऋषियों, महापुरुषों, तीर्थ स्थलों, और धार्मिक कार्यों की महत्वपूर्ण बातें विस्तार से वर्णित की गई हैं।

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    Akhand Ram Charit Manas Paath – श्री रामचरितमानस पाठ

    5,100

    जो व्यक्ति श्री रामचरितमानस का भक्ति भाव से पाठ करता है उसके सभी दुःख दूर हो जाते है । श्री रामकथा रूपी चिन्तामणि जिसके पास है उसकी सारी चिन्तायें दूर हो जाती है । कलियुग मे कल्याण चाहने वाले को रामकथा का ही सहारा है। रामकथा से शान्ति मिलती है। इसलिए समय≤ पर अपने घर रामकथा अर्थात श्री रामचरितमानस का अखण्ड पाठ अवश्य कराते रहना चाहिए।

    टीम : 1 व्यक्ति
    पूजन व पाठ : 2 दिन

    नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।

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    All Puran – E-Book

    99

    पुराण (Purana) भारतीय धर्मशास्त्र में महत्वपूर्ण ग्रंथ हैं। इनमें हिन्दू धर्म के इतिहास, दार्शनिक तत्त्व, धार्मिक कथाएँ, और विभिन्न धार्मिक विषयों की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। पुराणों में देवताओं, ऋषियों, महापुरुषों, तीर्थ स्थलों, और धार्मिक कार्यों की महत्वपूर्ण बातें विस्तार से वर्णित की गई हैं।

    हिन्दू धर्म के पुराणों की कुल संख्या अठारह (18) मानी जाती है। ये पुराण विभिन्न देवी-देवताओं, ऋषि-मुनियों और इतिहास की कहानियों का संग्रह हैं। यहाँ अठारह प्रमुख पुराणों के नाम दिए जा रहे हैं: ब्रह्म पुराण, पद्म पुराण, विष्णु पुराण, शिव पुराण, भागवत पुराण, नारद पुराण, मार्कंडेय पुराण, अग्नि पुराण, भविष्योत्तर पुराण, ब्रह्मवैवर्त पुराण, लिंग पुराण, वराह पुराण, स्कन्द पुराण, वामन पुराण, कूर्म पुराण, मत्स्य पुराण, गर्व पुराण, ब्रह्माण्ड पुराण। ये पुराण हिन्दू धर्म के विभिन्न पहलुओं, कथाओं और धार्मिक विधियों का विस्तृत वर्णन करते हैं।

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    All Ved in Hindi – E-Book

    49

    वेद हिन्दू धर्म के प्राचीन धार्मिक ग्रंथ हैं, जिन्हें समाज में ज्ञान और आध्यात्मिकता का प्रमुख स्रोत माना जाता है। वेदों में चार मुख्य ग्रंथ हैं: ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद, और अथर्ववेद। ये ग्रंथ मंत्र, सूक्त, और ब्राह्मण के रूप में विभाजित हैं और विभिन्न विद्याओं, यज्ञों, और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। वेदों का महत्व हिन्दू संस्कृति में अत्यधिक है और ये धर्मनिरपेक्षता और आध्यात्मिक विचारों का मूल स्रोत हैं।

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    Bhoomi Poojan – भूमि पूजन

    1,100

    शास्त्रों के अनुसार किसी भी कार्य को भूमि पर प्रारम्भ करने से पूर्व चाहें वो घर वनाना हो, या कोई सार्वजनिक बडी इमारत बनाना हो, या कोई फैक्टरी कारखाना वनाना हो तो निर्माण से पूर्व पूजन का विधान है अर्थात भूमि पूजन अवश्य कराना चाहिए

    टीम : 1 व्यक्ति

    नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।

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    Deepawali Poojan – दीपावली पूजन

    2,100

    दीपावली वाले दिन श्रीगणेश की पूजा करने से ऋद्धि- सिऋि की प्राप्ती होती है, वल तथा विद्या की प्राप्ती होती है। तथा माता लक्ष्मी की आराधना करने से धन-सम्पत्ती की प्राप्ती है, सुख-समृद्धि मिलती है तथा मान-सम्मान बढ़ता है।

    टीम : 1 व्यक्ति

    नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।

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    Durga Saptashati Paath – दुर्गा सप्तशती पाठ

    9,000

    दुर्गा सप्तशती के पाठ करने से निःसन्तानों को सन्तान की प्राप्ति होती है, यदि कोई कर्जे में डूबता जा रहा हो तो वह कर्जे से मुक्त हो जाता है । यदि कोई असाध्य रोग से पीड़ित हो तो वह दुर्गा सप्तशती का सहित पाठ कराये तो निश्चित ही रोग मुक्त हो जाता है। यदि कोई झूठे केस मे फँसा हो या अन्य किसी विषम परिस्थिति में फँसा हो तो ऐसी स्थिति श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ करने लाभ मिलता है व मनोकामना पूर्ण होती है। इसके अलावा भी जो लोग ये पाठ नित्यप्रति करते है या इसका अनुष्ठान कराते हेै उन्हे कभी किसी विपत्ति का सामना करना ही नही पड़ता है।

    पूजन व पाठ : 9 दिन

    टीम : 1 व्यक्ति

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    Ganpati Poojan – गणपति पूजन

    1,100

    विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की विधिपूर्वक पूजा अर्चना करने का विधान है। गणपति की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन के सभी संकटों का नाश होता है, धन-संपदा, बुद्धि, वि​वेक, समृद्धि आदि में वृद्धि होती है।

    टीम : 1 व्यक्ति

    नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।

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    Gayatri Mantra Jaap – गायत्री मन्त्र सवा लाख जाप

    21,000

    ॐ भूर्भुवः स्वरू तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ॥

    गायत्री मन्त्र मे तीनो देवियों महाकाली, महालक्ष्मी एवं सरस्वती की शक्ति है। और तीनों देव ब्रह्मा, विष्णु और महेश की शक्ति है। अतः जो भी गायत्री मन्त्र का अनुष्ठान कराता है उसका घर लक्ष्मीनारायण की कृपा से धन-धान्य से परिपूर्ण रहता है। ब्रम्हा और माता शारदा की कृपा से उस घर मे कोई मन्द बुद्धि नही होता। तथा महाकाली और महादेव की कृपा से उस घर मे किसी की अल्प मृत्यु नही होती। रोग, भूत, वाधा तथा शत्रु भय से वह मुक्त रहता है। तथा दीर्घायु होता है।

    जाप : 125000 (७ दिन )

    टीम : 4 व्यक्ति

    नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।

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    Gopal Sashranaam – गोपाल सहस्रनाम पाठ

    1,100

    जो विधिपूर्वक गोपालसहस्रनाम का पाठ करता है या अनुष्ठान कराता है वह सर्वमान्य होकर अचल सम्पत्ति का मालिक बन जाता है। उसके उपर सदा लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहती है। उसे अल्पमृत्यु का भी सामना नही करना पड़ता। इसलिए श्रद्धापूर्वक गोपालसहस्र नाम का अवश्य ही अनुष्ठान कराना चाहिए।

    टीम : 1 व्यक्ति

    नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।

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    Grih Pravesh Poojan – गृह प्रवेश पूजन

    1,100

    कभी कभी हमारा प्यारा घर अशुभ फल देने लगता है, घर मे कलह क्लेश बढ़नें लगता है। घर के सदस्य बीमार रहने लगते, अचानक दुर्घटनाओं का सामना करना पडता है और धीरे धीरे उस घर मे देखे सभी सपने टूट जाते है। इसका मुख्य कारण यह होता है कि आपने बिधि-बिधान से गृह प्रवेश नही किया या जाने-अन्जाने वास्तु नियमों का पालन नही किया। इस लिएग्रह तथा गृहक्लेश से बचने के लिए वास्तु शान्ति तथा वास्तु की देवी भद्रकाली माता का विधिवत पूजन अवश्य करें

    टीम : 1 व्यक्ति

    नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।

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    Kalsarp Dosh Nivaran – कालसर्प दोष निवारण

    1,100

    काल सर्प दोष के प्रभाव से कुलक्षिणी और कलहप्रिय स्त्री मिलती है। संतान संबंधी कष्ट भी बहुत अधिक होते हैं, या तो सन्तान होती नहीं और यदि होती भी है तो बहुत बीमार या कमजोर होती है। धनाढ़य परिवार मे पैदा होने के वावजूद किसी न किसी रूप मे अप्रत्याशित आर्थिक हानि होती रहती है।

    टीम : 1 व्यक्ति

    नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।

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