शिव जी भक्ति संग्रह (सावन स्पेशल) – Shiv Ji Collection
सावन के इस पावन अवसर पर शिव जी की अनन्य भक्ति को प्राप्त करते हुए शिव जी से सम्बंधित भक्ति संग्रह डाउनलोड करें :
शिव भजन : Play
शिवरूद्राभिषेक कथा : Play
शिव.पार्वती विवाह : Play
शिव अमृतवाणी : Play
शिव स्त्रोत्र रत्नाकर : Play
शिव के 108 नाम: Play
शिव कांवड़ भजन : Play
शिव पुराण कथा : Play
शिव पुराण संगीतमय : Play
शिवगीता : Play
शिव ज्योर्तिलिंग कथा : Play
शिव के 1008 नाम : Play
शिव पूजन : Play
+ Many More
भगवान शिव हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं और त्रिदेवों में से एक हैं, जिनमें ब्रह्मा (सृष्टिकर्ता), विष्णु (पालक), और शिव (संहारक) शामिल हैं। उन्हें “महादेव” और “महेश्वर” के नाम से भी जाना जाता है। शिव जी की उपासना उनके अनुयायियों द्वारा विभिन्न रूपों में की जाती है, जैसे कि रुद्र, नटराज, भोलेनाथ, शंकर, और कई अन्य नामों से।
भगवान शिव के बारे में कुछ प्रमुख बातें निम्नलिखित हैं:
- रूप और प्रतीक: शिव जी को आमतौर पर ध्यान मुद्रा में, त्रिशूल (त्रिशूल), डमरू (डमरू), और उनके गले में सर्प धारण किए हुए चित्रित किया जाता है। वे तीसरे नेत्र के स्वामी हैं, जो उन्हें अद्वितीय दृष्टि और शक्ति प्रदान करता है। शिव जी के माथे पर चंद्रमा और गंगा को उनके जटाओं से प्रवाहित होते हुए दिखाया जाता है।
- पार्वती और परिवार: शिव जी की पत्नी पार्वती देवी हैं, जिन्हें शक्ति के नाम से भी जाना जाता है। उनके दो पुत्र हैं, गणेश और कार्तिकेय। गणेश जी विघ्नहर्ता और बुद्धि के देवता हैं, जबकि कार्तिकेय युद्ध और विजय के देवता हैं।
- नटराज: शिव जी का नृत्य रूप “नटराज” के नाम से प्रसिद्ध है, जिसमें वे तांडव नृत्य करते हुए दिखाई देते हैं। यह नृत्य सृष्टि, संरक्षण, और संहार के प्रतीक के रूप में देखा जाता है।
- शिवलिंग: शिव जी की पूजा शिवलिंग के रूप में की जाती है, जो उनके निराकार और अनंत स्वरूप का प्रतीक है। शिवलिंग की पूजा मुख्य रूप से सोमवारी (सोमवार) के दिन की जाती है।
- वास्तविकता और स्थान: शिव जी को कैलाश पर्वत पर निवास करते हुए माना जाता है, जो उनकी साधना और तपस्या का स्थल है। वे अपने परिवार के साथ वहीं रहते हैं।
- धार्मिक महत्व: भगवान शिव को बहुत ही सहज और दयालु देवता माना जाता है, जो अपने भक्तों की सच्ची भक्ति से प्रसन्न हो जाते हैं। वे देवों के देव, महादेव हैं और समस्त ब्रह्मांड के स्वामी माने जाते हैं।








Devi Bhagwat Mahapuran Gujrati
Durga Amrit Vaani 