Narayan Kawach

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नारायण कवच (Narayan Kavach) विष्णु पुराण और श्रीमद्भागवत महापुराण के षष्ठ स्कंध में वर्णित परम शक्तिशाली स्तोत्र है। इसे भगवान श्रीहरि विष्णु के दिव्य कवच के रूप में माना जाता है, जो साधक की शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक तथा अलौकिक सभी प्रकार की बाधाओं से रक्षा करता है।

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    🔱 नारायण कवच क्या है?

    नारायण कवच एक ऐसा स्तोत्र है जिसमें साधक अपने शरीर, मन और सम्पूर्ण अस्तित्व के चारों ओर भगवान विष्णु का दिव्य सुरक्षा कवच स्थापित करता है।
    इसका पाठ जीवन में आने वाली—
    ✔ नकारात्मक शक्तियों
    ✔ अदृश्य शत्रुओं
    ✔ भय
    ✔ अशुभ ग्रहबाधा
    ✔ दुर्घटनाओं
    ✔ रोग व संकटों
    —से सुरक्षा प्रदान करता है।


    🔱 उत्पत्ति व संदर्भ

    नारायण कवच की शिक्षा विश्वामित्र मुनि के पुत्र दधिचि ऋषि ने देवराज इंद्र को दी थी ताकि देवताओं को दानवों से विजय प्राप्त हो सके।
    इंद्र ने नारायण कवच का प्रयोग किया और युद्ध में विजयी हुआ—इससे इसकी शक्ति सिद्ध होती है।


    👉 नारायण कवच क्यों पढ़ा जाता है?

    लाभ

    क्षेत्र प्रभाव
    आध्यात्मिक दिव्य ऊर्जा व भक्ति में वृद्धि
    मानसिक भय, चिंता व नकारात्मक विचार समाप्त
    स्वास्थ्य रोगों व दुर्घटनाओं से सुरक्षा
    ग्रहदोष शनि, राहु-केतु, पितृदोष शांति में सहायक
    पारिवारिक घर में सुख-शांति और सकारात्मक वातावरण
    ऊर्जा सुरक्षा नज़र, तंत्र-मंत्र, बुरी शक्तियों से रक्षा

    📿 नारायण कवच पाठ के नियम

    नियम विवरण
    समय प्रातः सूर्योदय के बाद या शाम
    स्थान शांत, स्वच्छ और पवित्र जगह
    आसन कंबल या आसन पर बैठकर
    भावना पूर्ण श्रद्धा और विश्वास
    भोग/नैवेद्य फल या पंचामृत अर्पित किया जा सकता है
    अवधि नियमित या संकट काल में रोज पाठ

    🕉 नारायण कवच किन लोगों को विशेष लाभ देता है

    🔹 जिनके जीवन में भय, बाधाएँ, दुर्घटनाएँ या अदृश्य संकट हों
    🔹 जिन पर नज़र, ईर्ष्या या काला जादू का संदेह हो
    🔹 जो मानसिक तनाव, अनिद्रा या चिंता से पीड़ित हों
    🔹 छात्र, नौकरीपेशा, व्यवसायी और यात्रियों को भी रक्षा व सफलता मिलती है


    ⚠ महत्वपूर्ण सावधानी

    यह स्तोत्र अत्यंत शक्तिशाली माना जाता है।
    👉 इसे आदर, श्रद्धा और पवित्रता के साथ ही पढ़ना चाहिए।
    👉 पाठ के दौरान गाली-गलौज, क्रोध और नकारात्मक विचारों से बचें।


    📌 निष्कर्ष

    नारायण कवच सिर्फ स्तोत्र नहीं बल्कि दिव्य सुरक्षा कवच है।
    नियमित पाठ व्यक्ति को—
    🌟 सकारात्मक ऊर्जा
    🌟 आत्मविश्वास
    🌟 मानसिक शांति
    🌟 स्वास्थ्य और सुरक्षा
    🌟 सफलता और समृद्धि
    प्रदान करता है।