मान्यता है कि घर मे मन्दिर सकारात्मक ऊर्जा कर केन्द्र होता है जोकि घर से नकारात्मक शक्तियों को दूर करता है। लेकिन शास्त्रों के अनुसार मन्दिर मे हमेशा प्राण प्रतिष्ठा करके ही मूर्ति की स्थापना करनी चाहिए। घर का पूजा घर दोषपूर्ण नही होना चाहिए
टीम : 1 व्यक्ति
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
जो व्यक्ति श्री रामचरितमानस का भक्ति भाव से पाठ करता है उसके सभी दुःख दूर हो जाते है । श्री रामकथा रूपी चिन्तामणि जिसके पास है उसकी सारी चिन्तायें दूर हो जाती है । कलियुग मे कल्याण चाहने वाले को रामकथा का ही सहारा है। रामकथा से शान्ति मिलती है। इसलिए समय≤ पर अपने घर रामकथा अर्थात श्री रामचरितमानस का अखण्ड पाठ अवश्य कराते रहना चाहिए।
टीम : 4 व्यक्ति पूजन व पाठ : 2 दिन
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जो लोग भागवत कथा का अनुष्ठान करते है उनके घर कभी किसी की अकाल मृत्यु नही होती, उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है ग्रहकृत अरिष्ट योग भी शान्त हो जाते है । वह जब तक पृथ्वी लोक मे रहते है तब तक सुख-शान्ति और आनन्द पुर्वक रहता है और अन्त भगवान श्री कृष्ण के लोक सत्यलोक गोलोक को जाता है।
टीम : ४ व्यक्ति कथा : ७ दिन
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
जो लोग भागवत कथा का अनुष्ठान करते है उनके घर कभी किसी की अकाल मृत्यु नही होती, उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है ग्रहकृत अरिष्ट योग भी शान्त हो जाते है । वह जब तक पृथ्वी लोक मे रहते है तब तक सुख-शान्ति और आनन्द पुर्वक रहता है और अन्त भगवान श्री कृष्ण के लोक सत्यलोक गोलोक को जाता है।
टीम : ४ व्यक्ति कथा : 1 दिन
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यदि आप किसी बात से दुखी हैं, परेशान हैं, दुखों को सहने के लिये आत्मबल की कमी है, इच्छाशक्ति कमजोर है तो आप निश्चिन्त होकर सुन्दरकाण्ड का पाठ करिए। सुन्दर काण्ड के पाठ करने से निश्चित ही कष्ट दूर हो जाते हैं।
टीम : 4 व्यक्ति पूजन व पाठ : 1 दिन
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हमारे जीवन मे जो कुछ भी अच्छा या बुरा होता है, उसके पीछे सबसे बडा कारण है ग्रहों की चाल। ग्रहों की दशा-अन्तर्दशा गोचर आदि के कारण ही हमारे जीवन मे उतार चढ़ाव आते रहते हैं। इन तमाम उतार-चढ़ावों को रोकने के लिए और क्रोधित एवं क्रूर ग्रहों को शान्त करने के लिए धार्मिक तथा पौराणिक ग्रन्थो ने वनग्रहों अर्थात जीवन को प्रभावित करने वाले समस्त 9 ग्रहों को शान्त करने का विधान वताया है।
टीम : 1 व्यक्ति
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प्रदोष व्रत भगवान शिव के मुख्य व्रतो मे से एक है जोकि बहुत ही शुभ फल दायक माना जाता है। इस व्रत को कोई भी स्त्री-पुरूष कर सकता है इस व्रत के प्रभाव से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। प्रदोष व्रत करनें से भगवान शिव अतिशीघ्र प्रसन्न होते है।
टीम : 1 व्यक्ति
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भगवान शिव को रूद्राभिषेक सबसे ज्यादा प्रिय है। भगवान शिव को प्रसन्न करने वाले व्यक्ति के असम्भव कार्य भी सम्भव हो जाते हैं। भगवान शिव की कृपा से सारे ग्रह बाधाओं और सारी समस्याओं का समूल नाश हो जाता है।
टीम : 1 व्यक्ति
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भगवान सत्यनारायण की कथा घर मे अन्न धन के भण्डार भर देती है। माता लक्ष्मी की उसपर सदा कृपा रहती है। भगवान सत्यनारायण की कथा बन्धुजनों को सुख देने वाली तथा प्रेम-स्नेह बढाने वाली है। घर परिवार मे सुख- समृद्धि देने वाली है। संतान, यश, कीर्ति, वैभव, पराक्रम, सम्पत्ति, ऐश्वर्य सौभाग्य और शुभता प्राप्त होती है।
टीम : २ व्यक्ति
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
भगवान रूद्र दुखनाशक हैं, पापनाशक तथा ज्ञानदाता हैं। सम्पूर्ण पृथ्वी की परिक्रमा करने से जो फल प्राप्त होता है वह फल शतरूद्री अर्थात रूद्राष्टाध्यायी के 100 पाठ करने से प्राप्त होता है। रूद्री का पाठ भगवान शिव को अतिप्रिय है। रूद्री का पाठ चारो वेदों के पारायण के तुल्य माना गया है।
टीम : 2 व्यक्ति
नोट: टीम के आने-जाने व रहने का व्यय आयोजक को करना होगा।
आपको भगवान श्री राम से संबंधित सभी रचनाएँ मिलेंगी। इस पैकेज में, आपको सम्पूर्ण रामचरितमानस – पाठ (अवधी), सम्पूर्ण रामचरितमानस – पाठ (हिन्दी), सुंदरकांड पाठ, रविन्द्र जैन जी द्वारा सम्पूर्ण रामायण और भजन, आरती और चालीसा का एक व्यापक संग्रह भी मिलेगा।
You’ll get all the creations related to Lord Shri Ram. In this package, you ll get Sampoorna Ram Charit Manas – Path (Avdhi), Sampoorna Ram Charit Manas – Path (Hindi), Sundar Kand Path, Sampoorna Ramayan by Ravindra Jain Ji and a wide collection of Bhajan, Aarti and Chalisa too.
श्री विष्णु सहस्रनाम विधिवत पाठ कराने वाले का मान-सम्मान, पद-प्रतिष्ठा बढ़ती है और वह अचल सम्पत्ति का मालिक बनता है। उसके घर लक्ष्मी जी सदा प्रसन्तापूर्वक निवास करती हैं। सभी रोग-शोक उससे दूर हो जाते हैं। उसे जन्म-मृत्यु, आधि-व्याधि का भी भय नही रहता। इसलिए विष्णु सहस्रनाम का पाठ अवश्य ही करना या कराना चाहिए।
टीम : 1 व्यक्ति
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